[: छतरपुर तत्कालीन एसडीओ जल संसाधन विभाग का निलंबित से बहाली सूत्र बताते हैं कि सुरेश कुमार जाटव जिला छतरपुर में एसडीओ के पद पर कार्यरत होते हुए भी सिंहपुर बैराज के निर्माण कार्य में फाउंडेशन में एडजस्टमेंट किया गया था डिफरेंस पाया गया था करीब 20 फीट गहरा किया था जबकि 40 से 50 फीट गहरा होना था उक्त जांच में भारी भ्रष्टाचार की जांच संबंधी निर्देश राधेश्याम जुलानिया अपर मुख्य सचिव तत्कालीन द्वारा जारी किए गए थे जिसमें एमजी चौबे तत्कालीन प्रमुख अभियंता जांच की गई थी जांच में सुरेश कुमार जाटव को दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया था निलंबित में 5 वर्ष, 2014 से 2018 तक निलंबित रहने की बाद श्री जाटव ने राजनीतिक, मंत्रियों व प्रशासनिक अधिकारी से साठगांठ कर लगभग 10 से 20 लाख तक की घूस देकर बहाल हुए एवं प्रभार में जिला दमोह के कार्यपालन यंत्री का पद हासिल किया सूत्रों के अनुसार सत्ता परिवर्तन कांग्रेश के सत्ता शासनकाल में मैं दमोह जिले का कार्यपालन यंत्री पद हासिल करने में सफलता हासिल की जो वर्तमान बीजेपी पार्टी का शासन है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक रसूखदार कद्दावर नेता मीडिया से एवं आमजन में बयां कर रहे हैं कि कांग्रेस के सत्ता शासनकाल में हुई नियुक्ति एवं प्रमोशन की जांच होगी एवं जांच प्रतिवेदन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंचाया जाएगा एवं की गई नियुक्तियां एवं प्रमोशन को निरस्त करवाने की भी कार्रवाई की जाएगी अब देखना यह है की जिला दमोह में कार्यपालन यंत्री सुरेश कुमार जाटव की क्या नियुक्ति निरस्त करवा पाएंगे जांच एवं जांच प्रतिवेदन मुख्यमंत्री तक पहुंचा पाएंगे वही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं जल संसाधन विभाग के मंत्री तुलसी सिलावट एवं मुख्य सचिव इकबाल सिंह बेस, प्रमुख सचिव डीपी अहूजा, एवं श्रीकांत डांडेकर प्रमुख अभियंता जल संसाधन विभाग उक्त अधिकारियों के कार्यकाल में निलंबित से की गई बहाली सुरेश कुमार जाटव एसडीओ तत्कालीन की वर्तमान कार्यपालन यंत्री दमोह की मंत्रालय एवं प्रमुख अभियंता के गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि इनकी पूर्व में की गई निलंबित की बहाली प्रतिवेदन कमलेश खरे के द्वारा प्रस्तुत पर बहाल किया गया था श्री जाटव को उक्त जांच में संस्थान लोकायुक्त, ईओडब्ल्यू, एवं विभागीय उच्चाधिकारियों की प्रतिवेदन एवं अन्य भ्रष्टाचार से संबंधित संस्था को क्या यह निलंबित से बहाली भ्रष्टाचार से संबंधित ज्ञात है परंतु सूत्रों का कहना है कि यह दोबारा जांच की संभावना है, वही कार्यपालन यंत्री दमोह मैं वर्तमान तीन निर्माण कार्य शुरू किए गए हैं, सीतानगर, साजली, सतधारू, दो गुजरात की कंपनी एवं एक आंध्र प्रदेश की जो लगभग 700 करोड़ के निर्माण कार्य जारी है सूत्रों को कहना है क्या उपरोक्त तीन निर्माण कार्य में क्या सुरेश कुमार जाटव भ्रष्टाचार से दूर रहेंगे या गले लगा कर भ्रष्टाचार करेंगे
[16/05, 6:27 pm] 8989414480: छतरपुर पूर्व एसडीओ जल संसाधन विभाग सिंहपुर बैराज के निर्माण कार्यों में फाउंडेशन में एडजेस्टमेंट किया गया जो डिफेंस पाया गया करियो 20 फिट किया गया था जबकि 40 से 50 फिट होना था शासन के निर्देश अनुसार जिसमें भ्रष्टाचार किया गया था सप्ताह शासन के रसूखदार मंत्रियों ने घूस लेकर बहाल किया गया था सूत्रों के अनुसार पुनः जांच होने की चर्चाओं में है उक्त जानकारी जनहित में जारी मूल पत्रकार वेलफेयर संघ के ग्रुप द्वारा जनहित में जारी
<छतरपुर तत्कालीन एसडीओ जल संसाधन विभाग दमोह कार्यपालन यंत्री